विश्व कैंसर दिवस हर साल 4 फरवरी को आयोजित किया जाता है, ताकि दुनिया भर में कैंसर को लेकर जागरुकता फैलाई जा सके. इस साल का थीम ‘I am and I will’ है.
विश्व कैंसर दिवस के जरिए दुनियाभर के लोगों को कैंसर के प्रति जागरुक किया जाता है क्योंकि यह एक ऐसी बीमारी है, जिसके बारे में लोगों को शुरुआत में पता नहीं चल पाता है. लोगों को इस बीमारी के बारे में तब पता चलता है, जब यह काफी बढ़ जाती है. ऐसा इस वजह से होता है क्योंकि बहुत से लोगों को कैंसर के शुरुआती लक्षणों के बारे में पता नहीं होता है. राजधानी और छत्तीसगढ़ में भी पिछले दो-तीन साल में बच्चों में कैंसर के केस इसलिए बढ़े हैं क्योंकि माता-पिता पहचान नहीं पाते और इलाज देर से शुरू होता है।
कैंसर क्या होता है
शरीर कई प्रकार कि कोशिकाओं से बना होता है. यह कोशिकाएं शरीर में बदलावों के कारण बढ़ती रहती हैं. जब ये कोशिकाएं अनियंत्रित तौर पर बढ़ती हैं और पूरे शरीर में फैल जाती हैं, तब यह शरीर के बाकि हिस्सों को उनका काम करने में कठिनाइयां उत्तपन्न करने लगती हैं. इससे उन हिस्सों पर कोशिकाओं का गुच्छा सौम्य गांठ या ट्यूमर बन जाता है. इस अवस्था को कैंसर कहते हैं. यही ट्यूमर घातक होता है और बढ़ता रहता है.
कैंसर के कारण
कैंसर के आम कारणों में धूम्रपान, तम्बाकू, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, खराब डाइट, एक्स-रे से निकली रेज़, राडोन रेज़, सूरज ने निकलने वाली यूवी रेज़, इंफेक्शन, फैमिली के जीन आदि होते हैं.
कैंसर के लक्षण
इसके लक्षण अलग-अलग प्रकार के कैंसर पर आधारित होता है. जैसे ब्रेस्ट कैंसर में निपल्स के आस-पास गांठ होना, मेटास्टैसिस ब्रेस्ट कैंसर में थकान, लंग्स और दिमाग में तेज़ दर्द होता है. लेकिन सबसे आम लक्षणों में मूत्राशय की आदतों में बदलाव, गले में खराश, स्तनों और टेस्टिकल्स का मोटा होना या गांठ पड़ना, खाना निगलने में कठिनाई, शरीर पर मौजूद मस्सों या तिल का रंग और आकार बदलना, अचानक वजन का बढ़ना और कम होना, ज़्यादा थकान, उलटी, बार-बार बुखार और बीमार होना होता है.
कैंसर कितने प्रकार के होते हैं
लगभग 100 से ज़्यादा कैंसर होते हैं. लेकिन सबसे आम स्किन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, लंग कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, ब्लैडर कैंसर, मेलानोमा, लिम्फोमा, किडनी कैंसर और ल्यूकेमिया हैं.
कैंसर का इलाज
डॉक्टर कैंसर की स्टेज, मरीज की बीमारियों का इतिहास और लक्षणों देखकर इलाज करता है. आमतौर पर इसका इलाज सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडिएशन से किया जाता है.
कीमोथेरेपी
इसमें ड्रग्स या दवाइयों के जरिए कैंसर सेल्स को खत्म किया जाता है. कुछ कीमो में आईवी (नसों में सुइयों के जरिए) से ठीक किया जाता है, कुछ में आपको दवाई दी जाती है. यह दवाइयां पूरे शरीर में अपना असर दिखाती हैं और हर जगह फैले कैंसर को खत्म करती हैं.
रेडिएशन
इसमें कैंसर की बढ़ती सेल्स को रोककर उन्हें मारा जाता है. कभी-कभार सिर्फ रेडिएशन या फिर सर्जरी और कीमो के दौरान इससे इलाज किया जाता है. इसमें आपके पूरे शरीर को एक्स-रे मशीन में डाला जाता है, और कैंसर सेल्स को खत्म किया जाता है.
सर्जरी
इसमें डॉक्टर इफेक्टिड एरिया को शरीर से अलग करते हैं. जैसे ब्रेस्ट कैंसर होने पर ब्रेस्ट को हटा दिया जाता है. प्रोस्टेट कैंसर होने पर प्रोस्टेट ग्लैंड को निकाल दिया जाता है. सभी तरह के कैंसर में सर्जरी की जरूरत नहीं होती. जैसे ब्लड कैंसर को सिर्फ दवाइयों से ठीक किया जा सकता है.