रायपुर. राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बुधवार को बूंदाबांदी हुई। ठंडी हवा ने लोगों को कंपा दिया। दिन में कई बार घने बादल छाए, लेकिन सुबह 11 बजे के आसपास बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को राजधानी समेत कई इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। रात में बादल के कारण मंगलवार की तुलना में बुधवार को साढ़े 4 डिग्री पारा बढ़ गया। गुरुवार को न्यूनतम तापमान 14 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। प्रदेश में कहीं भी शीतलहर की स्थिति नहीं है। उत्तर पाकिस्तान व उसके आसपास बने पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवा में नमी है। इससे बादल घिर रहे हैं और ज्यादा नमी के कारण विभिन्न जिलों में हल्की बारिश भी हो रही है।
राजधानी में बुधवार की सुबह सूरज के दर्शन हुए, लेकिन साढ़े 10 बजे के आसपास आसमान में घने बादल घिर गए। इससे रात जैसा अहसास होने लगा। कुछ देर बाद तेज ठंडी हवा चलने लगी और 10 से 12 मिनट तक बौछारें भी पड़ीं। इससे दिन में ठंड का अहसास होने लगा। बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 24.6 डिग्री था, जो सामान्य से तीन डिग्री कम था। जबकि रात का तापमान 17 डिग्री पर पहुंच गया, जो मंगलवार की तुलना में चार डिग्री ज्यादा था। रात का तापमान सामान्य से भी चार डिग्री ज्यादा रहा। बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात तापमान 14 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार उत्तर पाकिस्तान व उसके आसपास 3.1 से साढ़े चार किमी पर पश्चिम विक्षोभ बना हुआ है। इसके अलावा पश्चिम मध्यप्रदेश के 0.9 किमी तक हवा में चक्रवात बना है। पश्चिम विक्षोभ के कारण ही उत्तर-पश्चिम राजस्थान के ऊपर हवा का चक्रवात बना है। इसके असर से हवा में नमी की मात्रा बढ़ गई है। इसके कारण ही बादल छा रहे हैं और कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो रही है।
सबसे कम तापमान अंबिकापुर का, लेकिन शीतलहर नहीं : बुधवार को प्रदेश में सबसे कम तापमान अंबिकापुर का 10.3 डिग्री रहा, जो सामान्य से एक डिग्री ज्यादा रहा। न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम होने पर शीतलहर की स्थिति बनती है। अमूमन ठंडा रहने वाले पेंड्रारोड का न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री रहा। जगदलपुर में रात का तापमान 14.3, दुर्ग 14.6, माना में 16, राजनांदगांव में 12.5 व बिलासपुर में 13.2 डिग्री रहा।
बच्चे और बुजुर्ग ज्यादा हो रहे बीमार : ठंड बढ़ने के कारण बच्चे हाइपोथर्मिया का शिकार हाे रहे हैं। बुजुर्गों में भी हार्ट अटैक व ब्रेन स्ट्रोक के मामले बढ़ गए हैं। बच्चों में वायरल फीवर के अलावा खांसी भी हो रही है। अंबेडकर अस्पताल में पीडियाट्रिक विभाग के एचओडी डॉ. शारजा फुलझेले के अनुसार ओपीडी में वायरल फीवर के 30 से 35 बच्चे आ रहे हैं। वार्ड में इस तरह के मरीज भर्ती हैं। न्यूरो सर्जन डॉ. राजीव साहू व कार्डियक सर्जन डॉ. कृष्णकांत साहू के अनुसार ज्यादा ठंड में खून की नसें सिकुड़ने लगती हैं। इसलिए बुजुर्गों में सामान्य दिनों की अपेक्षा हार्ट अटैक व ब्रेन स्ट्रोक के केस दोगुने हो गए हैं। ठंड में बुजुर्ग घर से बाहर न निकलें। अगर निकलना तो पर्याप्त गर्म कपड़े पहनकर निकलें। अलसुबह मार्निंग वॉक पर न जाएं।