रायपुर (एजेंसी) | छत्तीसगढ़ की सरकारी राशन दुकानों के रंग को लेकर सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। गुरुवार को प्रदेश की कांग्रेस और भाजपा दोनों ही राजनीतिक दल इस मुद्दे पर एक दूसरे पर निशाना साधते दिखे। भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि तिरंगे रंग में दुकानों को रंगना राजनीतिकरण करने का प्रयास है, राशन दुकानों की तिरंगे के रंग में पुताई हो रही है, निश्चित रुप से यह गलत परिपाटी लाने का प्रयास हो रहा है। इस पर ट्विटर के जरिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जवाबी हमला करते हुए भाजपा नेताओं के लिए भगवान से सद्बुध्दी देने की कामना की।
तिरंगा इस देश की आन-बान-शान है।
तिरंगा न उनको आज़ादी के समय मंज़ूर था और न आज मंज़ूर है। कांग्रेस का विरोध करते करते देश और संविधान का विरोध करने वालों को ईश्वर सद्बुद्धि दे।
हे राम! https://t.co/XYJXLXgOFY
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 21, 2019
यह कहा गया है सरकारी आदेश में
खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि नागरिकों की सुविधा के लिए प्रदेश के सभी उचित मूल्य के दुकानों में एकरूपता लाने के साथ ही साफ-सफाई, पेयजल व्यवस्था एवं सुरक्षा के समुचित इंतजाम करने के निर्देश दिए है। छत्तीसगढ़ में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत संचालित उचित मूल्य के सभी दुकानों को तिरंगे के रंग में पोताई किया जाएगा। उचित मूल्य के दुकानों को तिरंगे कलर में रंगने के लिए मॉडल प्रारूप सभी प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को भेजा गया है।
उचित मूल्य की दुकानों में पारिदर्शिता लाने और समुचित निगरानी के लिए सी.सी.टी.व्ही कैमरा भी लगाया जाएगा। इस संबंध में खाद्य विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने राज्य के सभी कलेक्टरों को पत्र भेज कर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है। खाद्य सचिव द्वारा जारी पत्र में छत्तीसगढ़ के सभी उचित मूल्य के दुकानों की मरम्मत और साफ-सफाई आदि का कार्य एक माह के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए गए है। सभी दुकानों में खाद्यान्न का व्यवस्थित भंडारण करने, खाद्यान्न एवं केरोसीन का अलग-अलग भंडारण करने, खाद्यान्न से संबंधित जानकारी का उल्लेख दीवारों में करने का काम 30 नवम्बर तक अनिवार्य रूप से करने को कहा गया है।