रायपुर | रात के तापमान में मामूली गिरावट के बावजूद प्रदेशभर में रविवार को कड़ाके की सर्दी रही। उत्तरी छत्तीसगढ़ के पहाड़ी इलाकों में रात का तापमान 3 डिग्री तक गिर चुका है। सामरी, मैनपाट, चिल्फी, पेंड्रारोड आदि इलाकों में दूसरे दिन भी बर्फ जम गई। सुबह उठते ही लोगों ने घरों के बाहर घास, पेड़ और खलिहानों मंे बर्फ की चादर देखी। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि नमी आने की वजह से तापमान में गिरावट आई है। उत्तर भारत से आ रही शुष्क और ठंडी हवा के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में शीतलहर चल रही है। अंबिकापुर, पेंड्रारोड में रात का तापमान सामान्य से 4 और 6 डिग्री तक कम है।
कहां कितना पारा
शहर न्यूनतम
रायपुर 10.8 डिग्री
माना 9.5 डिग्री
पेंड्रा 4.2 डिग्री
अंबिकापुर 4.1 डिग्री
बिलासपुर 6.5 डिग्री
दुर्ग 6.2 डिग्री
राजनांदगांव 5.6 डिग्री
जगदलपुर 9.2 डिग्री
नए साल की शुरुआत बदली से
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ बढ़ते हुए मध्य छत्तीसगढ़ तक विस्तारित होगा। इसके कारण समुद्र से नमी बढ़ने के कारण रात के तापमान में वृद्धि होगी। पारा बढ़ने से ठंड कम होगी।
2 तक बारिश संभव
30 दिसंबर को बादलों के कारण राजधानी समेत प्रदेशभर में रात के तापमान में वृद्धि होगी। इससे कुछ हिस्सों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। 2 जनवरी तक बारिश होगी।
सीएम ने दिए सभी कलेक्टर को निर्देश- जगह-जगह अलाव जलवाएं
प्रदेश में शीत लहर की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सभी जिला कलेक्टर एवं नगरीय निकायों को समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं ताकि प्रदेश की जनता को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो। समस्त जिला कलेक्टर को यह निर्देश दिए गए हैं कि वे स्वयं महत्वपूर्ण स्थलों में अलाव जलाने की व्यवस्था का निरीक्षण करेंगे साथ ही यह भी सुनिश्चित करेंगे कि रैन बसेरा ध्नाइट शेल्टर में पर्याप्त मात्रा में कंबल, चादर एवं अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध रहे। प्रदेश में शीत लहर के कारण किसी प्रकार की जनहानि न हो। आवश्यकता पड़ने पर नए रैन बसेरा की व्यवस्था की जाए।