रायपुर (एजेंसी) | धान के समर्थन मूल्य पर छत्तीसगढ़ में सियासी ड्रामा नहीं थम रहा। इसे लेकर असमंजस की स्थिति है कि किसानों से 2500 रुपए में समर्थन मूल्य पर धान लिया जाएगा या नहीं। मंगलवार को सत्ता और विपक्ष के बड़े नेता ट्वीटर पर भिड़ते दिखे। पहले भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन ने ट्वीट में लिखा कि झूठे वादों और खोखली कमेटियों का क्या निष्कर्ष निकलता है वह तो जनता शराबबंदी के वादे पर भी देख चुकी है, अब किसानों के साथ पुनः यही विश्वासघात स्वीकार्य नहीं है। कुछ देर बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जवाबी हमला करते हुए ट्वीटर पर लिखा- किसान भाई ध्यान रखें, भ्रम में न आएँ। आपका भूपेश 2500 रुपए प्रति क्विंटल ही धान का मूल्य दिलवाएगा।
कैसे कैसे ये मंजर सामने आने लगे
“नान” वाले “धान” पर सवाल उठाने लगेवादा किया है किसानों से, हर हाल में निभायेंगे
“पनामा” नहीं किसानों की “जेब” भरकर दिखायेंगे#TuesdayThoughtsP.S- किसान भाई ध्यान रखें, भ्रम में न आएँ। आपका भूपेश 2500 रुपए प्रति क्विंटल ही धान का मूल्य दिलवाएगा।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 26, 2019
विभाग पहले ही जारी कर चुका है आदेश
कमेटी के कांधों पर अपने वादे कब तक लादोगे
हर मोड़ पर जनता पूछेगी कितनी दूर तलक भागोगे?CM @bhupeshbaghel जी झूठे वादों और खोखली कमेटियों का क्या निष्कर्ष निकलता है वह तो जनता शराबबंदी के वादे पर भी देख चुकी है, अब किसानों के साथ पुनः यही विश्वासघात स्वीकार्य नहीं है।
— Dr Raman Singh (@drramansingh) November 26, 2019
ट्वीटर वॉर से एक दिन पहले विधानसभा में सीएम ने 1815 रु. में धान खरीदी की घोषणा कर दी, इससे पहले खाद्य विभाग ने भी इसी दर पर खरीदी का आदेश जारी कर दिया है। किसानों से कांग्रेस की सरकार ने हर हाल में 2500 रुपए समर्थन मूल्य पर ही धान लेने का वादा किया था, जिसे अब विपक्ष अपनी सियासत का अहम मुद्दा बनाए हुए है। सरकार ने अब 5 मंत्रियों की कमेटी बनाई है जो यह तय करेगी कि कैसे किसानों को 2500 रुपए ही समर्थन मूल्य के दिए जाएं। पूर्व सीएम डॉ रमन ने इसी कमेटी के मुद्दे पर किसानों से विश्वासघात का अंदेशा जताते हुए ट्वीट किया।
घमासान क्यों ?
यह पूरा विवाद इस वजह से है क्योंकि केंद्र सरकार ने सेंट्रल पूल में छत्तीसगढ़ का चावल लेने से इंकार किया है। केंद्र ने साफ कहा है कि अगर राज्य सरकार किसानों से 2500 रु की दर से धान खरीदती है तो वह सेंट्रल पूल में चावल नहीं लेगा। सोमवार को दिन भर इस मुद्दे पर मचे सियासी हंगामे को देखते हुए सीएम बघेल ने देर रात बैक टू बैक 4 ट्वीट धान खरीदी को लेकर किए, इनमें उन्होंने लिखा कि – भारत सरकार की संतुष्टि के लिए 1 दिसंबर से केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित दर पर धान खरीदी की जाएगी। राज्य सरकार हर हालत में किसानों को प्रति क्विंटल धान का 2500 रूपए देगी, किसानों के साथ अन्याय नहीं होगा।