रायपुर (एजेंसी) | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, जिन्होंने कभी आजादी की लड़ाई में हिस्सा नहीं लिया, वह हमें राष्ट्रवाद का सर्टिफिकेट बांट रहे हैं। उनका राष्ट्रवाद गांधी का राष्ट्रवाद नहीं है। भाजपा के राष्ट्रवाद और देश के राष्ट्रवाद में अंतर है। जो इससे असहमति प्रकट करता है उसे देशद्रोही करार दिया जाता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को रायपुर पहुंची गांधी विचार पदयात्रा के दौरान डूंडा में हुई सभा को संबोधित कर रहे थे। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर कंडेल से 4 अक्टूबर को इस 7 दिवसीय पदयात्रा की शुरुआत की गई थी।
बारिश में भीगते 10 किमी पैदल चले मुख्यमंत्री, साधा संघ और भाजपा पर निशाना
पदयात्रा डूंडा, संतोषी नगर, संजय नगर, कालीबाड़ी होते हुए गांधी मैदान पहुंची। इस दौरान हल्की-हल्की बारिश भी हो रही थी। करीब 8 से 10 किमी की इस दूरी को सीएम भूपेश बघेल ने पैदल बिना रुके तय किया। इससे पहले सभा में सीएम बघेल ने संघ व भाजपा दोनों पर निशाना साधा। छत्तीसगढ़ी में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वो लोग गांधी की भी बात करते हैं और गोडसे की भी। गांधी को अपनाने के लिए गोडसे को त्यागना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रवाद के नाम पर देश को बांटने की कोशिश हो रही है। दो तरह के राष्ट्रवाद संघ-भाजपा की केंद्र सरकार ने आज बना दिए हैं।
राम कांग्रेसियों के कण-कण में, वो राम के नाम पर वोट बंटोर रहे
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, राम तो कांग्रेसियों के कण-कण में हैं। गांधी के विचारों में राम ही राम थे। राम तो हमारे जीवन में है। वे तो राम के नाम पर सिर्फ वोट बंटोरने का काम करते हैं, जबकि राम तो भारतीय सभ्यता और संस्कृति के प्रतीक हैं। सीएम बघेल ने कहा, छत्तीसगढ़ तो पूरी तरह से राम मय रहा है। राम की माता कौशल्या छत्तीसगढ़ की बेटी, भगवान राम छत्तीसगढ़वासियों के भांजे, यहां शबरी के राम हैं, वनवासियों के राम हैैं, यहां सुबह-सुबह राम-राम है, यहां समय राम-राम है। इसलिए राम को हमने राजनीति का हिस्सा नहीं बनाया, क्योंकि हमने राम को आत्मसात किया है।
राम को नकारने वाले राम-राम कर रहे हैं, पतन का समय इसलिए भगवान याद आ रहे : रमन सिहं
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की राम नाम के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राम को बांट दिया है, यही राजनीति की गिरावट की पराकाष्ठा है। भगवान राम कभी भाजपा, कभी कांग्रेस के राम हो गए हैं। कांग्रेस ने तो रामसेतु के बारे में एफिडेविट दिया था, राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया था। ये रामसेतु को तोड़ने और उसके अस्तित्व को नकारने वाले आज राम-राम कर रहे हैं। ये इनके पतन का समय है इसलिए आखिरी समय में उन्हें भगवान राम याद तो आए हैं।