रायपुर (एजेंसी) | जोमैटो कंपनी से 20 रुपए वापस लेने के लिए एक युवक ने गूगल में कस्टमर केयर नंबर सर्च कर कॉल किया। उसे ऑनलाइन पैसा वापसी का झांसा दिया गया और एक लिंक भेजा गया। लिंक में खाते की जानकारी देते ही 10 मिनट के भीतर 31 हजार रुपए निकाल लिया गया। युवक के पास लगातार ट्रांजेक्शन के चार मैसेज आए, तब ठगी का पता चला। उसने पुरानी बस्ती थाना और साइबर सेल में शिकायत की है।
अश्वनी नगर का धीरेंद्र कुमार प्राइवेट नौकरी करता है। रविवार रात उसने जोमैटो से 110 रुपए का खाना मंगाया था। उसे कंपनी से कॉल आया कि उन्होंने जो खाने में मंगाया है वह उपलब्ध नहीं है। उसकी जगह कोई दूसरा ऑर्डर कर सकते हैं। तब धीरेंद्र ने पनीर ऑर्डर, जो 90 रुपए का था। कंपनी वालों ने धीरेंद्र से कहा कि उन्हें 110 रुपए के हिसाब से ही खाना भेजा जाएगा। उसकी मात्रा बढ़ाई जाएगी। आधा घंटे बाद धीरेंद्र के पास जोमैटो का कर्मचारी भोजन लेकर आया। धीरेंद्र ने देखा कि उसकी मात्रा बहुत कम हैं।
उसने बीस रुपए वापस मांगा। कर्मचारी ने उन्हें एक नंबर दिया। धीरेंद्र ने उसमें कई बार लगाया, लेकिन किसी ने कॉल नहीं उठाया। तब धीरेंद्र गूगल में जाकर कस्टमर केयर का नंबर ढूंढने लगा। उसने एक नंबर निकाला और उसमें कॉल किया। धीरेंद्र को ऑनलाइन पैसा वापस करने का झांसा दिया गया और उसे एक लिंक भेजा गया। उसे लिंक में धीरेंद्र ने जानकारी शेयर कर दी। उसने एचडीएफसी बैंक की जानकारी दी। ठग ने दूसरे बैंक की जानकारी मांगी। तब धीरेंद्र ने अपने आंध्रा बैंक की जानकारी दी। उसके 10 मिनट बाद दोनों बैंक से चार बार में 31 हजार रुपए निकाल लिया गया। उसके बाद उसने अपना कार्ड ब्लॉक कराया। दूसरे दिन जाकर पुलिस में शिकायत की। वहां से साइबर सेल भेजा गया। पुलिस के अनुसार ठग ने पैसे निकाल लिए हैं। इसलिए वापस होना मुश्किल है।
इंटरनेट पर ठगी का बड़ा नेटवर्क
अब साइबर क्रिमिनल के लिए इंटरनेट ठगी के लिए अासान प्लेटफार्म हो गया है। गूगल से लेकर कई सर्च इंजन में ठग फर्जी वेबसाइट और पेज बनाकर रखे रहे हैं। उसका लिंक शेयर करते हैं। ज्यादातर लोग ऑनलाइन पेमेंट के चक्कर में लिंक में अपने खाते की जानकारी शेयर कर देते हैं। या फिर कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करने पर आसानी से अपनी बैंक डिटेल दे देते हैं। इससे लोगों का डाटा ठगों के पास पहुंच जाता है और खाते से पैसे निकाल लेतेे हैं।