भारत में कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर कई राज्यों ने लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है। इनमें से कई ने पूरे सूबे में लॉकडाउन का फैसला किया है तो कुछ राज्यों में कुछ खास जिलों को ही लॉकडाउन में रखने का फैसला हुआ है।केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि इन जिलों में केवल आवश्यक सेवाओं की अनुमति होगी।
किन राज्यों में कितने जिले लॉकडाउन
मध्यप्रदेश के 9 जिले: मध्यप्रदेश सरकार ने एहतियात तौर पर भोपाल एवं जबलपुर सहित नौ जिलों को लॉकडाउन कर दिया है। इन दोनों जिलों के अलावा, सात अन्य जिलों सिवनी, बालाघाट, बैतूल, ग्वालियर, छिन्दवाड़ा,रतलाम और नरसिंहपुर को भी लॉकडाउन किया गया है। इन नौ जिलों में से नरसिंहपुर में 14 दिनों तक शटडाउन रहेगा, जबकि भोपाल में तीन दिन यानी 72 घंटे का लॉकडाउन किया गया है और बाकी सात जिलों को दो या तीन दिनों तक बंद किया जाएगा।
हरियाणा के 7 जिले लॉकडाउन: हरियाणा सरकार ने रविवार को गुरुग्राम और फरीदाबाद समेत सात जिलों में लॉकडाउन की घोषणा की। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि रविवार रात नौ बजे से लॉकडाउन लागू होने वाले जिलों में सोनीपत, पानीपत, झज्जर, रोहतक और पंचकुला भी शामिल हैं।
महाराष्ट्र के 9 जिले लॉकडाउन: महाराष्ट्र के 9 जिलों अहमदनगर, औरंगाबाद, मुंबई, नागपुर, मुंबई (उप-शहर), पुणे, रत्नागिरी, रायगढ़, ठाणे और यवतमाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
कर्नाटक के 5 जिले: बेंगलुरु, चिक्कबल्लापुर, मैसूर, कोडगु कलबुर्गी में लॉकडाउन।
केरल के 10 जिले: अलप्पुझा, एर्नाकुलम, इडुक्की, कन्नूर, कासरगोड, कोट्टायम, मल्लापुरम, पथनमथिट्टा, तिरुवनंतपुरम, त्रिशूर में लॉकडाउन।
गुजरात के 6 जिले लॉकडाउन: गुजरात में कच्छ, राजकोट, गांधीनगर, सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद जिले लॉकडाउन किए गए हैं।
तमिलनाडु के 3 जिले बंद: कोरोना के फैलाव को देखते हुए तमिलनाडु के तीन जिलों चेन्नई, इरोड, कांचीपुरम को लॉकडाउन किया गया है
उत्तरप्रदेश के 15 जिलों में लॉकडाउन: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पहले चरण में राजधानी लखनऊ समेत 15 जिलों में अगले तीन दिनों के लिए ‘लॉक डाउन’ घोषित कर दिया है। ये जिले हैं: आगरा, लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, लखीमपुर खीरी, बरेली, आजमगढ़, कानपुर, मेरठ, प्रयागराज, अलीगढ़, गोरखपुर और सहारनपुर।
ये राज्य पूरी तरह से लॉकडाउन
बिहार में पूरी तरह से लॉकडाउन: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार (22 मार्च) को कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने तत्काल प्रभाव से 31 मार्च तक के लिए पूरे राज्य में लॉकडाउन करने का निर्णय किया है। इस बंदी के दायरे से आवश्यक एवं अनिवार्य सेवाओं को बाहर रखा गया है।
पूरी दिल्ली लॉकडाउन: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को घोषणा की कि 23 मार्च को सुबह छह बजे से राजधानी लॉकडाउन में रहेगी और यहां स्थानीय स्तर पर कोरोना वायरस के संक्रमण के छह मामले सामने आने के बाद कड़े कदम उठाने होंगे। उन्होंने उप राज्यपाल अनिल बैजल के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में बताया कि लॉकडाउन 31 मार्च को अर्द्धरात्रि तक चलेगा। केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन में सार्वजनिक परिवहन का कोई साधन नहीं चलेगा और दिल्ली की सीमाओं को सील कर दिया जाएगा, लेकिन स्वास्थ्य, खानपान, जल और विद्युत आपूर्ति आदि से संबंधित आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी।
नगालैंड के सभी जिलों में लॉकडाउन: नगालैंड की सरकार ने कोरोना वायरस के मद्देनजर रविवार की मध्य रात्रि से अनिश्चितकालीन लॉकडाउन की घोषणा की है। मुख्य सचिव टेमजेन टाय ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य में अभी तक कोरोना वायरस के किसी मामले की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन महामारी रोग कानून 1897 के मुताबिक एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं।
राजस्थान 31 मार्च तक लॉकडाउन: राज्य सरकार ने कोरोना के खतरे के मद्देनजर राजस्थान में पूर्ण लॉकडाउन लागू होने के कारण सार्वजनिक परिवहन बसों (रोडवेज व निजी) से राजस्थान में प्रवेश एवं बाहर जाना प्रतिबंधित कर दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ”सामाजिक दूरी की महत्ता को देखते हुए 31 मार्च तक लॉक डाउन जैसे बड़े कदम उठाए गए हैं। लॉक डाउन के दौरान श्रमिकों को सेवा से नहीं निकालने तथा उनकी मजदूरी में कटौती नहीं करने के संबंध में भी अपील की गई है।”
आंध्र प्रदेश 31 मार्च तक बंद: कोरोना वायरस पर नियंत्रण पाने के लिए पूर्ण बंदी की ओर कदम बढ़ाते हुए आंध्र प्रदेश सरकार ने रविववार को अंतरराज्यीय सीमा को 31 मार्च तक बंद रखने की घोषणा की और लोगों से बस जरूरी आवश्यकताओं के लिए घरों से बाहर निकलने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि राज्य के अंदर और अंतरराज्यीय मार्गों पर सार्वजनिक परिवहन बंद रहेगा और सरकार का कामकाज सीमित कर्मचारियों से चलाया जाएगा एवं कर्मचारी बारी-बारी से काम करेंगे।
पूरे तेलंगाना में लॉकडाउन: कोरोना वायरस से लड़ने के लिए पूरे तेलंगाना में 31 मार्च तक लॉकडाउन घोषित, केवल आवश्यक सेवाओं को अनुमति, मुख्यमंत्री ने लोगों से घरों में रहने के लिए कहा।
गोवा में लॉकडाउन: राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जनता कर्फ्यू की समयसीमा रविवार को बढ़ाकर 25 मार्च तक कर दी है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक वक्तव्य जारी कर कहा कि इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा एक विस्तृत परिपत्र देर शाम जारी किया जाएगा। आवश्यक सेवाओं को लॉकडाउन से बाहर रखा गया है।
झारखंड में पूरी तरह से पाबंदी: कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए झारखंड सरकार ने पूरे राज्य में 31 मार्च तक पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है। हालांकि जरूरी सेवाओं को इससे मुक्त रखा गया है।
छत्तीसगढ़ में 31 मार्च तक पाबंदी: राज्य सरकार ने आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी शासकीय कार्यालयों को 31 मार्च तक बंद रखने का फैसला किया है। वहीं कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सभी नगरीय क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी गई है। राज्य के नगरीय क्षेत्रों में स्थित सभी क्लबों, ब्यूटी पार्लरों, स्पॉ-मसाज सेंटरों को आगामी आदेश तक तत्काल बंद करने का फैसला किया गया है।
इसके अलावा पंजाब (22), ओडिशा (30), पश्चिम बंगाल (23) और उत्तराखंड (13) भी 31 मार्च तक पूरी तरह से लॉकडाउन है। केंद्रशासित प्रदेश, जम्मू-कश्मीर (20) और चंडीगढ़ में भी लॉकडाउन का ऐलान किया गया है।
जांच को बढ़ाया जा रहा है
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के निदेशक ने कहा कि जांच को बढ़ाया जा रहा है, लेकिन कोरोना वायरस की जांच अंधाधुंध नहीं की जाएगी। रणनीति के तहत केवल उन्ही लोगों का परीक्षण किया जाएगा जिनमें लक्षण होंगे। अधिकारियों ने बताया कि 10 लाख कर्मियों वाले अर्धसैनिक बलों ने भी तत्काल प्रभाव से जवानों की आवाजाही स्थगित कर दी है और कहा कि वे पांच अप्रैल तक वहीं रहें जहां पर है।
यात्री ट्रेन सेवा 31 मार्च तक स्थगित
रेलवे ने घोषणा की कि वह सभी यात्री ट्रेनों को 22 मार्च की मध्यरात्रि से 31 मार्च के लिए स्थगित कर रहा है और इस अवधि में केवल मालगाड़ी चलेगी। रेलवे के मुताबिक उपनगरीय रेल सेवा भी स्थगित रहेंगी हालांकि जो यात्री रेलगाड़ियां 22 मार्च को तड़के चार बजे अपने गंतव्य के लिए रवाना हुई रेलगाड़ियां अपनी यात्रा पूरी करेंगी। रेलवे प्रवक्ता ने कहा कि यात्री इस अवधि से 21 जून तक टिकट रद्द कराने पर पूरे पैसे वापसी का दावा कर सकते हैं।