भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं, बुद्ध दिए है – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी UNGA 2019 Speech

विश्व को युद्ध नहीं बुद्ध के शांति संदेश की जरूरत की बात कहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खतरे के प्रति विश्व समुदाय को चेताया है. उन्होंने गौतम बुद्ध के मार्ग पर चलते हुए आतंकवाद के विरूद्ध विश्व समुदाय से एकजुट होने की अपील की है.

शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र को हिंदी में संबोधित किया. उन्होंने कहा, ‘आतंक के नाम पर बंटी दुनिया उन सिद्धांतों को ठेस पहुंचाती है, जिनके आधार पर संयुक्त राष्ट्र का जन्म हुआ था. मैं समझता हूं कि आतंकवाद के खिलाफ पूरे विश्व का एकजुट होना अनिवार्य है.

स्वामी विवेकानंद के 125 साल पहले शिकागो में धर्म संसद में दिए संदेश का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का आज भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए शांति और सौहार्द ही, एकमात्र संदेश है. हम उस देश के वासी हैं जिसने दुनिया को युद्ध नहीं, बुद्ध दिए हैं, शांति का संदेश दिया है.’ उन्होंने कहा कि संरा शांति सेना में भारत ने सबसे ज्यादा योगदान दिया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को लेकर कड़ा संदेश देते हुए यह भी कहा, ‘हमारी आवाज में आतंक के खिलाफ दुनिया को सतर्क करने की गंभीरता भी है और आक्रोश भी है. हम मानते हैं कि आतंकवाद किसी एक देश की नहीं, बल्कि पूरी दुनिया और मानवता की सबसे बड़ी चुनौतयों में से एक है.

प्रधानमंत्री का अपने संबोधन की शुरुआत में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद करते हुए कहना था कि बापू का सत्य और अहिंसा का संदेश पूरे विश्व के लिए आज भी प्रासंगिक है.

इस दौरान उन्होंने अपनी कुछ योजनाओं का भी उल्लेख किया. नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आने वाले पांच वर्षों में हम जल संरक्षण के साथ 15 करोड़ परिवारों को पाइप लाइन के जरिए पेयजल आपूर्ति से जोड़ने वाले हैं. 2025 तक हम भारत को तपेदिक (टीबी) से मुक्त करने की दिशा में काम कर रहे हैं. हम जन-भागीदारी से जन-कल्याण की दिशा की ओर बढ़ रहे हैं और यह केवल भारत ही नहीं जग-कल्याण के लिए है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान भारत सरकार के प्लास्टिक के विरोध में शुरू किए जा रहे अभियान का भी जिक्र किया किया. उन्होंने कहा, ‘मुझे इस महान सभा को यह बताते हुए खुशी हो रही है कि आज जब मैं आपको संबोधित कर रहा हूं, तब भारत को एकल प्रयोग प्लास्टिक से मुक्त बनाने के लिए पूरे देश में एक बड़ा अभियान शुरू हो गया है.

Leave a Reply