छत्तीसगढ़: वन बिलियन टन उत्पादन का लक्ष्य पूरा करने कोल इंडिया में होगी 8 हजार से अधिक कर्मियों की भर्ती


कोरबा (एजेंसी) | कोल इंडिया के लिए अगले पांच साल में वन बिलियन टन (1 हजार मिलियन टन) कोयला उत्पादन का लक्ष्य तय किया गया है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए भविष्य में कोल इंडिया में 8 हजार से अधिक कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी। कोल इंडिया इसके लिए योजना बना रही है। इसका लाभ कोल इंडिया की सहायक कंपनी एसईसीएल के साथ दूसरे कंपनियाें को भी मिलेगा। कोल इंडिया में तेजी से कर्मचारियों की संख्या घट रही है।

हर साल विभिन्न कंपनियाें से करीब 7 हजार कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं। कोयला खदानों में जहां आधुनिक तकनीक से कोयला उत्पादन पर जोर दिया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ अगले पांच साल के लिए तय किए गए बड़े लक्ष्य को पूरा करने के लिए नए कर्मचारियों की भी जरूरत पड़ेगी। इसे देखते हुए नए कर्मचारियों की भर्ती की योजना बनाई गई है। अगले वित्त वर्ष तक भर्ती की जाएगी। कोल इंडिया में बड़ी संख्या में कर्मचारियों की भर्ती होने से रोजगार बढ़ेगा, वहीं इसका फायदा एसईसीएल और जिले की खदानों को भी मिलेगा, क्योंकि यहां भी मेन पावर बढ़ेगा।

कोल कंपनी में अधिकारी और गैर अधिकारी पदों पर की जाएगी भर्ती

कोयला कंपनी जो भर्ती करेगी उनमें अधिकारी के साथ गैर अधिकारी (कर्मचारी) भी शामिल होंगे। कोल इंडिया स्तर पर अधिकारियों की भर्ती होगी, जबकि सहायक कंपनियां टेक्निकल और अन्य कर्मचारियों की भर्ती करेगी। 5 हजार वर्कर्स और टेक्निकल स्टाफ की भर्ती की जाएगी। करीब 2300 भर्तियां उन परिवारों के लोगों को नौकरी देने की पॉलिसी देने के तहत होगी, जिनकी जमीन कंपनी ने ली हैं। इसके अलावा आश्रित को भी नौकरी देने की योजना है।

काेयला कंपनियों में अभी 2.80 लाख कर्मचारी

कोल इंडिया की आठ सहायक कंपनियां है। इसमें ईसीएल, बीसीसीएल, सीसीएल, डब्लूसीएल, एसईसीएल, एमसीएल, एनईसीएल शामिल हैं, जहां करीब 2.80 लाख कर्मचारी हैं। इसमें 18 हजार अधिकारी हैं। कोल इंडिया देश की कोयला जरूरतों का 82 फीसदी उत्पादन करता है। देश की तेजी से बढ़ रही ऊर्जा जरूरताें के मद्देनजर लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में तेजी से जुट जाने के निर्देश कोल इंडिया प्रबंधन को दिए हैं।

कोयला मंत्री दिए निर्देश, संरचनात्मक सुधार पर जोर

कोल इंडिया के स्थापना दिवस के दौरान कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी ने देश की ऊर्जा जरूरतों को ध्यान रखकर कोल इंडिया को निर्देश दिए हैं। इसके साथ उन्होंने आगामी समय में कर्मियों की भर्ती की बात भी कही। कोल सेक्टर में एफडीआई के मुद्दे पर भी उन्होंने कहा इससे संरचनात्मक सुधार आएगा।

एसईसीएल का उत्पादन पहुंचेगा 250 एमटी तक

कोल इंडिया के लिए अगले पांच साल में 2025-2026 तक जहां 1 हजार मिलियन टन कोयला उत्पादन करना है। वहीं दूसरी तरफ एसईसीएल को भी 250 मिलियन टन तक उत्पादन करना है। इस चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को एसईसीएल जिले की कोयला खदानों की मदद से पूरा करेगा। कोल इंडिया को इस वर्ष 660 एमटी उत्पादन करना है। अगले वित्त वर्ष में इसमें बढ़ोत्तरी कर 750 एमटी तक पहुंचाना है। 2020 तक कोल कंपनी में नए कामगारों की भर्ती करनी है।

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