दंतेवाड़ा (एजेंसी) | छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले का नक्सगढ़ कहा जाने वाला गांव पाहुरनार। इस गांव में डेढ़ साल पहले नक्सलियों ने सरपंच पोसेराम की हत्या कर दी थी। अब इसी गांव में मंगलवार को जिले का सबसे बड़ा हेल्थ कैंप लगाया गया। इंद्रावती नदी पार कर पहली बार 300 जवानों के सुरक्षा घेरे में 20 से ज्यादा डॉक्टरों की टीम, 80 स्वास्थ्य कर्मचारी और ऑफिसर इस गांव में पहुंचे।
जहां एक दिन का जिला अस्पताल खुला। खास बात यह रही कि पेड़ के नीचे ही ऑपरेशन थियेटर बनाकर दो ग्रामीणों की सर्जरी भी की गई। 2000 से ज़्यादा ग्रामीण यहां पहुंचे। इस दौरान 1734 ग्रामीणों ने अपना इलाज कराया। यहां ओपीडी खुली, फिजियोथेरेपी हुई, आंखों की जांच, ब्लड टेस्ट, हर तरह की बीमारियों की जांच कर दवाइयां दी गईं।
नारायणपुर, बीजापुर ज़िले के 2000 से ज्यादा ग्रामीण पहुंचे
पाहुरनार में पेड़ की छांव तले जब डॉक्टरों की टीम बैठी तो घंटेभर के अंदर ऐसी भीड़ पहुंची कि अफसर खुद अचंभित रह गए। यहां ओपीडी खुली, फिजियोथेरेपी हुई, आंखों की जांच, ब्लड टेस्ट, हर तरह की बीमारियों की जांच कर दवाइयां दी गईं। कैंप की खबर सुनकर दंतेवाड़ा जिले के पाहुरनार, चेरपाल, तुमरीगुंडा, बड़े करका, छोटे करका गांव के ही नहीं बल्कि नारायणपुर के हांदावाड़ा व बीजापुर जिले के कौशलनार, मंगनार तक के भी 2000 से ज़्यादा ग्रामीण यहां पहुंचे। इस दौरान 1734 ग्रामीणों ने अपना इलाज कराया।
छाती में भर गया था मवाद, सर्जरी नहीं होती तो कैंसर हो जाता
पाहुरनार गांव में दो ग्रामीणों को नई जिंदगी मिली। सर्जरी के लिए सर्जन के साथ ऑपरेशन थियेटर खुद इनके गांव पहुंचा। सर्जन डॉ. दीपक कश्यप और डॉ. अमन सिंह ने दोनों का ऑपरेशन किया। कौरगांव के ग्रामीण मिंटू की छाती में मवाद भर रहा था। वह इतना फैल चुका था कि कैंसर का रूप ले सकता था।
इसी गांव के पानसाय के गले मे सूजन आकर मवाद भर चुका था। यह घाव भी काफी पुराना था और उसकी जिंदगी को भी खतरा था। दोनों के परिजनों ने बताया कि इलाज के लिए पैसा नहीं था। नदी पार का गांव है, अस्पतालों से दूरी भी बहुत ज़्यादा है, इसलिए नहीं पहुंच सके।
नक्सली आएं तो एकजुट हो जाएं, वो आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे : आईजी सुंदरराज
नाव से नदी पार कर बस्तर आईजी पी सुंदरराज, कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा, एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव पूरी टीम के साथ मेगा हेल्थ कैंप में पहुंचे और ग्रामीणों से मिले। आईजी ने कहा कि नक्सली आएं तो आप सभी एकजुट हो जाएं, वो आपका कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएंगे।
पुलिस व प्रशासन आपके मित्र हैं, आपके लिए ही इस गांव में आए हैं। इंद्रावती नदी पर पुल बनेगा, आपका और आपके गांवों का विकास होगा। कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने कहा कि पहले इस हेल्थ कैंप को छिंदनार में रखने की तैयारी थी, लेकिन आप सभी ग्रामीणों की सुविधा के लिए हमने आपके गांव को चुना।