देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. अभी तक 315 से भी ज्यादा केस सामने आ चुके हैं. पांच लोगों की मौत हो चुकी है.
PM मोदी ने लोगो से सावधानी बरतने की अपील की थी. साथ ही पीएम मोदी ने 22 मार्च यानी आज जनता से ‘जनता कर्फ्यू’ लगाने का आह्वान किया है। इसका मतलब है कि आज के दिन लोग घरों से बाहर न निकलें और इस वायरस को हराने में सरकार का सहयोग करें. भारतीय रेलवे ने भी आज ‘जनता कर्फ्यू’ के समर्थन में रात 10 बजे तक सभी ट्रेनों के संचालन पर रोक लगाई है. आज सुबह 7 बजे से कर्फ्यू शुरू हो गया है. रात 9 बजे तक यह लागू रहेगा. इस बीच ‘जनता कर्फ्यू’ को लेकर अलग-अलग राज्यों से तस्वीरें और वीडियो आने शुरू हो गए हैं. सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. सभी दुकानें बंद हैं. पुलिस जनता से सहयोग की अपील कर रही है. देश के अधिकतर व्यापारी संगठनों ने भी इस बंद का समर्थन किया है.
इस भयंकर माहौल में हर देश अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव उपाय कर रहा है. भारत में लोग इकोनोमिक लॉकडाउन की अफवाहों में जी रहे हैं, इसी बीच इन अफवाहों को विराम देने के लिए प्रधानमन्त्री मोदी ने देश में किसी भी इकोनोमिक लॉकडाउन से इंकार किया और लोगों से खाने पीने के सामान खरीदने की होड़ से बचने की अपील के साथ साथ जनता कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है.
जनता कर्फ्यू क्या होता है
आसान शब्दों में जनता कर्फ्यू से तात्पर्य है ‘जनता के लिए, जनता द्वारा लगाया गया कर्फ्यू’. अर्थात इस प्रकार के माहौल में जनता स्वयं ही कम मात्रा में एक दूसरे से संपर्क में आएगी.
मोदी जी ने जनता से अपील की है कि जनता कर्फ्यू के दिन कोई भी नागरिक; सड़क पर ना जाए, घर से बाहर न निकले, न मोहल्ले में जाए. PM मोदी ने देश में 22 मार्च (रविवार) को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू को लागू करने की अपील की है.