रायपुर. नाॅवेल कोरोना वायरस के चाइना में दस्तक और वहां इसके फैले व्यापक प्रभाव को देखते हुए छत्तीसगढ़ में अलर्ट जारी कर दिया गया है. इसके साथ ही एडवाइजरी भी जारी की गई है. इसमें बताया गया है कि वायरस से निपटने के लिए क्या करें और क्या न करें. इसको लेकर सरकार द्वारा लोगों को जागरूक रहने की बात कही गई है. नॉवेल कोरोना वायरस से होने वाली समस्या के रोकथाम के उपाय भी बताए गए हैं.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, छत्तीसगढ़ ने नाॅवेल कोरोना वायरस के विषय में आम नागरिकों द्वारा पूछे जाने वाले सामान्य सवालों का समाधान किया है. इसमें बाताया गया है कि नाॅवेल कोरोना वायरस पहली बार चीन की हुबेई प्रांत के वुहान शहर में पाया गया. इसे नाॅवेल या नया इसलिए कहा गया है. क्योंकि इसकी पहचान पहले कभी नहीं की गई थी. अब तक 2019 नाॅवेल कोरोना वायरस के संक्रमण के स्रोत की पहचान नहीं की जा सकी है. कोरोना वायरस विषाणुओं को एक बड़ा वंश है, जिनमें से कुछ इन्सानों को रोगग्रस्त करते हैं और कुछ पशुओं में घर करते हैं. संक्रमित रोगियों का संबंध वहां के बड़े सीफूड और पशु बाजार से पाया गया, जिससे यह संकेत मिले हैं कि इस वायरस विषाणु का स्त्रोत पशु हो सकता है.
बताया गया है कि अभी तक 2019 नाॅवेल कोरोना वायरस के जो लक्षण पाए गए हैं, उनमें तीव्र बुखार, खांसी और सांस लेने में दिक्कत प्रमुख है. अभी तक भारत में किसी भी केस की पुष्टि नहीं हुई है. भारत में संदिग्ध रोगियों की पहचान सर्वेलेंस से की जा रही है. इस वायरस के फैलने के माध्यम, साधन की स्पष्ट जानकारी नहीं है. यह एक नया विषाणु है और संभवतः यह पशुओं से उत्पन्न हुआ और अब यह मनुष्य से मनुष्य में फैल रहा है. 2019 नाॅवेल कोरोना वायरस कैसे एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य में जाता है यह भी अभी स्पष्ट नहीं है. ऐसा माना जा रहा है कि संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छीकनें से यह फैलता है, उसी तरह जैसे सर्दी-जुकाम या फिर श्वास संबंधी रोग का कारण बनने वाले पैथेजन फैलाते हैं.
गुरुवार को भारत में इसके पहले मामले की पुष्टि हुयी और केरल के त्रिशूर जिले में संक्रमित मरीज को ‘पृथक’ वार्ड में रखा गया है।
छतीसगढ़ के अंबिकापुर में भी कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज मिला है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इससे चिंता करने की कोई आवश्यकता नही है सिर्फ मरीज को निगरानी में रखा गया है। चीन से यहां के लोगों का सीधा कोई सम्बन्ध नही है। यदि कोई आता भी है तो उन्हें कई एयरपोर्ट व बड़े शहर की जांच प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अम्बिकापुर से पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में भी इस वायरस का एक मामला संदिग्ध मिला है। पीड़ित महिला को अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।
कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है फिलहाल खतरे की कोई बात नहीं है, लेकिन एहतियात बरतने की जरूरत है। सिंहदेव ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से निगरानी रखी जा रही है और बाहर से आने वाले भारतीय नागरिकों के साथ ही टूरिस्टों की भी स्क्रीनिंग की जा रही है, उन्होंने बताया की कोरोना वायरस के टेस्ट के लिए देश मे एक मात्र लेबोरेट्री पुणे में हैं।
छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा इस संबंध में एडवाइजरी जारी की गई है. रायपुर के एयरपोर्ट में कोरोना वायरस लक्षण एवं बचाव का डिस्प्ले किया गया है. रायपुर एयरपोर्ट में हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत राज्य सर्वेलेंस इकाई में हेल्पलाईन नंबर जारी किए गए हैं. राज्य एवं जिला स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है. स्थितियों में सतत निगरानी रखी जा रही हैं. अभी तक 2019 कोरोना वायरस से बचाव के लिए कोई टीका वैक्सीन नहीं बना है.
ऐसे बचें
अभी तक 2019 से बचाव का कोई टीका उपलब्ध नहीं है. इससे बचाव का सबसे अच्छा तरीका इसके संक्रमण से बचना है. चीन या जिन देशों यह रोग पाया गया है, वहां जाने से बचें. व्यक्तिगत स्वच्छता पर ध्यान दें. साबुन से बार-बार हाथ धोएं. खांसते और छींकते समय मुंह को ढक लें.