वित्त वर्ष 2020-21 का आम बजट पहली फरवरी को आ सकता है. वित्त मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक इस साल भी बजट से एक दिन पहले यानी 31 जनवरी को इकनॉमिक सर्वे जारी किया जाएगा. इसके बाद शनिवार 1 फरवरी को आम बजट पेश किया जाएगा.
साल 2015-16 के बाद ऐसा पहली बार होगा कि शनिवार को आम बजट पेश किया जाएगा. वित्त मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि बजट 2020 पेश करने के लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं.
छह साल के निचले स्तर पर पहुंची भारत की आर्थिक विकास दर को रफ्तार देने के लिए ढांचागत सुधारों की दूसरी लहर की उम्मीद में एक फरवरी को पेश होने वाले बजट 2020-21 का बेसब्री से इंतजार हो रहा है.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “बजट पेश करने की परंपरा जारी रहेगी.” जोशी से सवाल पूछा गया था कि इस बार 1 फरवरी को शनिवार है, तो क्या बजट पेश किया जायगा या मोदी सरकार किसी और दिन बजट पेश करने पर विचार कर रही है.
आर्थिक सुस्ती को देखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के दूसरे बजट को खासा अहम माना जा रहा है. पिछले हफ्ते ही आरबीआई ने अपनी मौद्रिक नीति में 2019-20 के लिए अपने विकास अनुमान को 6.1 फीसदी से घटाकर पांच फीसदी कर दिया था.
अपने पहले कार्यकाल में ही मोदी सरकार ने आम बजट एक महीने पहले पेश करने का फैसला किया था. साल 2017-18 का बजट 1 फरवरी को पेश किया गया. इसके बाद से ही यह परंपरा चली आ रही है. फरवरी की शुरुआत में ही बजट पेश करने का उद्देश्य यह है कि 31 मार्च तक खर्च से संबंधित सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाए.
पहले रेल बजट और आम बजट भी अलग-अलग पेश किया जाता था लेकिन अब दोनों एक साथ ही पेश किए जाते हैं.