पेंड्रा | छत्तीसगढ़ में एक और नया जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही 10 फरवरी से अस्तित्व में आ जाएगा। इस नए जिले की घोषणा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वर्ष 2019 के स्वतंत्रता दिवस पर की थी। इसी के साथ राज्य शासन ने आदेश जारी कर नए जिले के लिए बेमेतरा कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ओएसडी (प्रशासन) और दंतेवाड़ा के एडिश्नल एसपी सूरज सिंह को ओएसडी (पुलिस) नियुक्त किया है। माना जा रहा है कि फरवरी में जिला अस्तित्व में आने के बाद ये दोनों अधिकारी पहले कलेक्टर और एसपी हो सकते हैं।
शिखा राजपूत और सूरज सिंह संभालेंगे नए जिले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही की कमान, राज्य सरकार ने दोनों अधिकारियों को नियुक्त किया विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी
प्रशासनिक कार्यालय के संचालन की व्यवस्था करेंगे दोनों अधिकारी
राज्य शासन ने 14 जनवरी को राज्य निर्वाचन आयोग से अनुमति लेकर नए जिले के लिए आईएएस एवं आईपीएस अधिकारियों का नवीन पद स्थापना आदेश जारी किया है। जिसमें 2008 बैच की आईएएस शिखा राजपूत तिवारी को जिले में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी नियुक्त किया है। प्रशासनिक कार्यालय संचालन के लिए नए जिले में भवन, फर्नीचर, स्टाफ इत्यादि की व्यवस्था करने के लिए यह पदस्थापना की गई है। जिम्मेदारी का निर्वहन ओएसडी कमिश्नर बिलासपुर के मार्गदर्शन एवं कलेक्टर बिलासपुर से सामंजस्य स्थापित करके किया जाएगा।
प्रदेश का 28वां जिला होगा गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, मरवाही की कुल आबादी का 57.09 % आदिवासी
स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के साथ ही पेंड्रा इलाके को जिला बनाने की 25 साल पुरानी मांग पूरी हो गई। नया जिला बनने पर बिलासपुर की दो नगर पंचायत, 162 पंचायत और 225 गांव गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में चले जाएंगे। तीन जनपद पंचायत, 74 पटवारी हल्का, तीन थाने, तीन आरआई सर्कल, मौसम वेधशाला भी जिले से अलग होकर नए जिले में शामिल होंगे। वहीं वन क्षेत्र भी नए जिले में 2307.38 वर्ग किमी होगा। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, जिले की नए जिले की आबादी 3 लाख 36 हजार 420 है, इसमें 57.09 फीसदी यानी 1 लाख 92 हजार 73 आदिवासी हैं।