नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बनाया गया है. बता दें कि केंद्र सरकार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का कार्यकाल 3 साल के लिए और बढ़ा दिया है। अब चीफ ऑफ डिफेंस के रिटायर होने की उम्र 65 वर्ष होगी। 65 साल की उम्र पूरी होने के बाद ही इस पद से सीडीएस रिटायर होंगे. पहले 62 साल में ही रिटायर होने का प्रावधान था।
भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) का पद दिया गया है. सीडीएस का पद 4 स्टार रैंक के बराबर होता है, आइए जानते हैं इस पद की खासयित, तीनों सेनाओं के लिए क्यों है महत्वपूर्ण. क्या है इस पद की शक्तियां। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) एक ऐसा पद है, जिसपर रहने वाला अफसर तीनों सेनाओं का प्रमुख होगा, चार स्टार जनरल रैंक के अधिकारी को इस पद पर नियुक्त किया जाएगा, जिसको सैन्य प्रबंधन में विशेष योग्यता हासिल होगी। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की जिम्मेदारी तीनों सेनाओं से जुड़े मामलों में रक्षामंत्री को सलाह देना है। सीडीएस ही रक्षामंत्री का प्रधान सैन्य सलाहकार होगा. हालांकि सैन्य सेवाओं से जुड़े विशेष मामलों में तीनों सेनाओं के चीफ पहले की तरह रक्षामंत्री को सलाह देते रहेंगे।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ सैन्य अभियान के दौरान तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बैठाने का काम करेगा। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद पर 4 स्टार जनरल रैंक के सैन्य अधिकारी को नियुक्त किया गया. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को तीनों सेनाओं के प्रमुखों के बराबर सैलरी दी जाएगी। गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र सरकार ने चीफ ऑफ डिपेंस स्टाफ पद को मंजूरी दी थी। चीफ ऑफ डिफेंस बिना रक्षा सचिव की मंजूरी के रक्षा मंत्री से सीधे मुलाकात कर सकेंगे।