दुर्ग (एजेंसी) | स्कूल शिक्षा विभाग के तबादले में भारी गड़बड़ी उजागर होने लगी है। जिलास्तर तबादले के बाद अब राज्य स्तर के तबादले में मनमानी सामने आई है। विभाग के जिम्मेदारों ने बिना देखे-सुने ऐसा तबादला किया कि दुर्ग संभाग के पांच स्कूल में पढ़ाने के लिए एक भी टीचर नहीं बचे। यही नहीं संभाग के 250 स्कूल में तो सिर्फ एक ही टीचर बचे हैं। तबादले में ऐसा ढुलमुल रवैया अपनाया गया कि जिनका संविलियन हुआ ही नहीं है और उनका तबादला भी कर दिया गया है। कई तबादले दो-दो जगह हो गए हैं।
जिलों के बाद अब राज्य स्तर में भी तबादलों में मनमानी
एक ही शिक्षक के भरोसे स्कूल: दुर्ग के दमोदा में शिक्षक के तबादले के बाद एक शिक्षक बचे हैं। खुरसुल सहित 17 प्राथमिक शालाएं एक शिक्षक है। बालोद में 15, नांदगांव मे 67, कवर्धा में 97 स्कूलों में एक शिक्षक है।
संविलियन नहीं फिर भी तबादला
संविलियन नहीं होने के बाद भी पाटन ब्लॉक के शिक्षक एलबी मीनाक्षी बाजपेयी का तबादला शासकीय प्राथमिक शाला मुक्तिधाम में कर दिया है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला बोरई के एलबी पीटीआई अरूणा बनोई का तबादला शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला वैशालीनगर में कर दिया गया है। जबकि एलबी की संविलियन सूची ही जारी नहीं की गई है।
इन स्कूलों में सैकड़ों बच्चों को पढ़ाने बचे सिर्फ 1 टीचर
दुर्ग ब्लॉक:शाप्राशा जवाहरनगर भिलाई, दमोदा, खुरसुल।
पाटन: शाप्राशा ठाकुरटोला, बेंदरी, लोहरसी, वसुंधरानगर, विश्व बैंक कालोनी।
धमधा: शाप्राशा नंदेली, करेली, छोटे अगार, हिरेतेरा, खपरीबरहा, कोनका, मुड़पार घोटवानी, मुड़पार सुखरीकला, गाड़ाडीह।