रायपुर (एजेंसी) | छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हैदराबद गैंगरेप के आरोपियों के एंकाउंटर पर कहा कि अपराधी अगर भागने की कोशिश करें तो पुलिस के पास कोई और तरीका नहीं होता है, न्याय हुआ है ऐसा मैं कह सकता हूं। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को महिलाओं की सुरक्षा के लिए दो सप्ताह के भीतर इंटीग्रेटेड प्लान तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है।
महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मैंने मुख्य सचिव को महिला सुरक्षा के लिए दो सप्ताह के भीतर इंटीग्रेटेड प्लान तैयार कर प्रस्तुत करने एवं महिला सहायता हेतु आधुनिक टेक्नालाॅजी का इस्तेमाल करते हुए मोबाईल आधारित एप्प की व्यवस्था भी शीघ्र सुनिश्चित करने को कहा है।
जरूरत पड़े तो घर तक छोड़े पुलिस
मुख्यमंत्री ने आपातकाल हेल्प लाइन डायल 112 की व्यवस्था को व्यवहारिक एवं प्रभावी बनाने के निर्देश दिए हैं ताकि डायल 112 से सहायता मांगने की स्थिति में पुलिस न केवल प्रभावित या पीड़ित तक तत्काल पहुंचे बल्कि आवश्यकता पड़ने पर उसे पुलिस अपनी गाड़ी में उसके गंतव्य (घर, ऑफिस, हॉस्टल) तक सुरक्षित पहुंचाए। इसे लेकर दैनिक भास्कर ने कुछ सामाजिक संगठनों द्वारा की जा रही पहल को प्रकाशित किया था। सामाजिक संगठनों के प्रयास से गुरुवार को ही एक विक्षिप्त युवती से दुष्कर्म का मामला उजागर हुआ था।
केंद्र ने दिया 100 करोड़ का फंड
देश में लगातार महिलओं के खिलाफ हो रही अपराधिक घटनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने भी बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए गृह मंत्रालय की मदद से 100 करोड़ रुपयों का फंड जारी किया है। इससे देश के सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना होगी। इसे ‘निर्भया फंड’ नाम दिया गया है। यह योजना सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में लागू की जाएगी। इसके लिए गुरुवार देर शाम गृह मंत्रालय ने 100 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं।