सुकमा. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में जागरूकता की कमी का फायदा चिटफंड कंपनियां जमकर उठा रही है, जिसका शिकार कोंटा ब्लॉक के लोग हो रहे हैं. नक्सल प्रभावित इलाकों में चिटफंड कंपनी लोगों की मेहनत की कमाई को लेकर फरार हो गई है. पीड़ित अब थानों में जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा रहे है. कार्रवाई के अभाव में अब पीड़ितों ने एसपी से मिलकर गुहार लगाई और पैसे दिलवाने की मांग की है. जानकारी के मुताबिक, सुकमा जिले में लगभग 4 से 5 करोड़ अलग-अलग चिटफंड कपंनी पैसे लेकर फरार हो गई है. कुछ पर कार्रवाई हुई है और कुछ अभी भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है. मामले की शिकायत करने छत्तीसगढ़ अभिकर्ता एवं उपभोक्ता सेवा संघ के बैनर तले करीब 30 लोग एसपी शलभ सिन्हा से मिलने पहुंचे. उन्होंने पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें चिटफंड कंपनियों के संचालकों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करने की मांग की है. साथ ही निवेशकों का पैसा वापस कराने की भी बात लिखी है. फिलहाल, एसपी ने आश्वासन दिया है कि एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
कोंटा में है सबसे ज्यादा पीड़ित
सुकमा में सबसे ज्यादा चिटफंड कंपनियों के शिकार कोंटा ब्लॉक से हैं. वहां नक्सल प्रभावित इलाकों में भी कंपनियों के लोग पहुंच लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. कई बार लोगों ने अपने स्तर पर पैसे मांगे लेकिन कपंनी ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया. बताया जाता है कि काफी संख्या में लोगों को पैसा चिटफंड कंपनियों में है.