रायपुर | छत्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में सोमवार को मतदान जारी है। इस बीच पहली बार निर्वाचन आयोग की टीम दंतेवाड़ा के धुर नक्सल प्रभावित गांव पोटाली तक पहुंच गई है। करीब 20 साल बाद वहां पर बूथ बनाया गया और मतदान हो रहा है। हाल ही में पोटाली में कैंप खोला गया है। इसके बाद पहली बार यहां बूथ बनाया गया है।
वहीं कोरिया के खड़गवां ब्लाक के तोलगा पंचायत में सरपंच प्रत्याशी को ग्रामीणों ने देर रात बंधक बना लिया था। सरपंच प्रत्याशी पूर्व में गांव का सरपंच था। उनके कार्यकाल के दौरान पंचायत स्तर पर कई विकास कार्य करवाए गए थे, लेकिन मजदूरी का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि करीब 1.50 लाख रुपए का भुगतान लंबित है। इसके चलते आक्रोशित ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। हालांकि पुलिस ने समझाइश के बाद उसे छुड़ा लिया है।
अंतिम चरण में 27 जिलों के 53 विकासखंडों की 4289 ग्राम पंचायतों में मतदान हाे रहा है। इस दौरान 53 लाख 68 हजार 875 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 26 लाख 93 हजार 144 महिला मतदाता और 26 लाख 75 हजार 696 पुरूष मतदाता एवं थर्ड जेंडर के 35 मतदाता शामिल हैं।
तीसरे चरण में 24,962 पदों पर निर्विरोध निर्वाचन
अंतिम चरण में 39251 पंचायत प्रतिनिधियों के निर्वाचन के लिए वोट डाले जाएंगे। इनमें वाॅर्ड पंच के 33986, सरपंच के 4082, जनपद पंचायत सदस्य के 1082 और जिला पंचायत सदस्य के 143 पद शामिल हैं। तीसरे चरण में मतदाता 108112 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। खास बात यह है कि तीसरे चरण में होने वाले मतदान से पहले 24962 पदों पर पंचायत प्रतिनिधियों का निर्विरोध निर्वाचन हुआ है।
दोपहर 3 बजे तक वोटिंग, इसके बाद मतगणना
अंतिम चरण में सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण मतदान के लिए राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। तीसरे चरण के मतदान के लिए प्रदेश भर में कुल 10805 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 3132 मतदान केंद्र संवेदनशील और 1069 अतिसंवेदनशील हैं। सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक वोटिंग और उसके बाद मतगणना शुरू होगी।