बस्तर | विकासखण्ड कोण्डागांव के ग्राम चारगांव में आज कलेक्टर नीलकंठ टीकाम द्वारा मलेरिया मुक्ति के लिए चलाये जा रहे संभाग स्तरीय अभियान का जिले में शुभारंभ किया। ‘आमचो संकल्प मलेरिया मुक्त बस्तर‘ अभियान के शुरुवात पर कलेक्टर ने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व तक पोलियो, चेचक जैसे रोगो को समाप्त करना एक परिकल्पना प्रतीत होता था। परन्तु निरंतर प्रयासों से आज इन रोगो से हमारा देश मुक्त हो चुका है इसी प्रकार संकल्प के द्वारा हमें मलेरिया को जड़ से उखाड़ फेकना है।
सुपोषण का लक्ष्य भी तभी सफल हो पायेगा जब हम बच्चों को मलेरिया जैसे रोगो से बचा पायेंगे, क्योंकि ये रोग बच्चों में खून की कमी एवं कमजोरी लाते है जो इन्हें भविष्य में समर्थवान बनने से रोकता है। इस दौरान कलेक्टर ने मच्छरदानी लगाने अपने आस-पड़ोस में पानी जमा न होने देने एवं घरो के आस-पास साफ-सफाई रखने की अपील की साथ ही बीमार पड़ने पर तुरंत चिकित्सकीय परामर्श एवं रक्त जांच करवाने की समझाईश दी तत्पश्चात ग्रामीणों को मलेरिया मुक्ति की शपथ दिलायी।
इस अभियान के दौरान मच्छर पनपने की जगहों की साफ-सफाई और दवाई के छिड़काव के साथ ही लोगों को मच्छरदानी के उपयोग के लिए प्रेरित भी किया जाएगा। एनिमिया व कुपोषण दूर करने तथा त्वरित उपचार के लिए मलेरिया की दवाई के सेवन से पूर्व लोगों को रेडी-टू-ईट खाद्य सामग्री, स्वसहायता समूहों और जिला प्रशासन के सहयोग से दी जावेगी। इस व्यापक अभियान की सफलता सुनिश्चित करने महिला एवं बाल विकास, स्कूल शिक्षा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, वन, आदिम जाति कल्याण एवं मछलीपालन विभाग का मैदानी अमला भी सक्रियता से काम करेगा।
इस अवसर पर कलेक्टर स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव के प्रत्येक घरो में जाकर, प्रत्येक निवासी की रक्त जांच करने एवं पीड़ित पाए जाने पर तुरंत चिकित्सकीय सहायता दिलाने के निर्देश दिए। इन टीमो को दस दिनो के अंदर उक्त ग्राम में रक्त जांच करने तथा इस हेतु इन टीमों को प्रत्येक दिन प्रातः 7 बजे से ही गांवो में अभियान चलाने एवं स्कूलो में पृथक रुप से जांच करने को कहा। इस अवसर पर कलेक्टर ने स्वंय की रक्त जांच कराकर इस अभियान से लोगो को जुड़ने को प्रेरित किया तथा इस सम्मेलन में आए सभी जिले के अधिकारियों ने भी इस शिविर में अपनी रक्त जांच कराई। इसके पश्चात कलेक्टर के समक्ष ग्रामीणों एवं स्कूली बच्चों की रक्त जांच की गई एवं पीड़ित पाए गए व्यक्तियो को शिविर में ही प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की गई।
उल्लेखनीय है कि कोंडागांव जिले के माकड़ी, केशकाल, कोंडागांव और फरसगांव विकासखंड के 14 उपस्वास्थ्य केंद्रों के 51 ग्राम जहां मलेरिया के प्रकरणो की संख्या दस प्रति हजार है ऐसे क्षेत्रो में यह अभियान चलाया जा रहा है। उक्त अभियान के अंतर्गत 15 जनवरी से 14 फरवरी तक पहले चरण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में 56 दलों का गठन किया गया है। मलेरियामुक्त बस्तर अभियान के अंतर्गत मलेरिया उन्मूलन के साथ ही एनिमिया, शिशु मृत्युदर, मातृ मृत्युदर और कुपोषण दूर करने पर भी फोकस किया जाएगा।
मलेरिया पीड़ित के घर पहुंचे कलेक्टर
शिविर में रक्त जांच के दौरान पीड़ित पाए गए ग्रामीण गणेश कोर्राम के आवास पर जाकर कलेक्टर ने साफ-सफाई एवं जल-जमाव का निरीक्षण किया तथा उक्त पीड़ित के घर में मच्छरदानी की जांच की एवं उसके परिजनो से बातचीत कर उन्हें पीड़ित का संपूर्ण इलाज कराने तथा नियमित तौर पर मरीज को दवाईयाँ खिलाने की समझाईश दी।
इस दौरान कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अमले को पीड़ित का संपूर्ण ध्यान देने एवं आस-पास के घरो में भी संभावित पीड़ितो की जांच करने के निर्देश दिए। इस दौरान वनमण्डलाधिकारी एन.आर.खुटे, सीएमएचओ डाॅ0 एस.के.कनवर, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जी.एस.सोरी, जिला शिक्षा अधिकारी राजेश मिश्रा, सीईओ जनपद पंचायत रवि साव सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं स्कूली बच्चें उपस्थित थें।