रायपुर. देश भर में कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की दहशत छत्तीसगढ़ में भी दिखाई देने लगी है. ऐसी जानकारी मिल रही है कि दंतेवाड़ा और भिलाई में भी कोरोना के संदिग्ध मरीज होने की खबर आई है. इस दहशत के बीच स्थिति यह है कि छत्तीसगढ़ में मास्क का एक तरह से शॉर्टेज होने लगा है. मार्केट के जानकारों की मानें तो पिछले तीन दिनों में हाथ साफ करने के लिए सैनिटाइजर की खूब मांग बढ़ गई है. पूरे प्रदेश भर में मेडिकल इंस्ट्रूमेंट, मास्क और सैनिटाइजर सप्लाई करने वाले डिस्ट्रीब्यूटर का कहना है कि खुद उनके पास गिनती के मास्क रह गए हैं. वहीं कंपनियों ने तो कह दिया है कि उन्हें एक महीने तक माल सप्लाई नहीं हो पाएगा।
कहा जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में मास्क और सैनिटाइज़र की बिक्री बढ़ रह है और अवेलेबिलिटी कम हो गई है. मेडिकल इन्स्ट्रूमेंट सप्लायर वायू जयरानी के मुताबिक जब से रायपुर में कोरोना का सदिग्ध मरीज मिलने की खबर मिली तो लोगों डर पैदा हो गया है. मास्क और सैनिटाइजर की मांग बढ़ गई है. साथ ही दोनों के दाम में भी काफी इजाफा हो गया है. कंपनी से माल सप्लाई ही नहीं हो रहा है. तो वहीं मेडिकल इन्स्ट्रूमेंट डिस्ट्रीब्यूटर वसीम का कहना है कि सैनिटाइजर की डिमांड काफी बढ़ गई है. इस वजह से मार्केट में स्टॉक काफी कम है।
डॉक्टर ने दी ये सलाह
वहीं इस दहशत के बीच खुद स्वस्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव मैदान में आए. उन्होंने खुद जाकर एम्स में जायजा लिया कि कोरोना को लेकर क्या तैयारी है. अंबेडकर अस्पताल में भी छह कमरे में 12 आइसोलेटेड बिस्तर तैयार करके रखे गए है. इसके बाद खुद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने यह साफ कर दिया कि छत्तीसगढ़ में कोई कोरोना वायरस पीड़ित नहीं है।
तो वहीं ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. राकेश गुप्ता का कहना है कि कोरोना वायरस से बहुत ज्यादा खतरे वाली कोई बात नहीं है. बीमारी के लक्ष्ण आने पर जांच और इलाज बहुत जरूरी है. मरीजों की मृत्यू दर कम है. सावधानी बरते और लक्ष्ण आने पर डॉक्टर के पास फौरन जाए और इलाज कराएं. भीड़ वाली जगहों से परहेज करें।