गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 4260 रुपये प्रति ग्राम है जबकि ऑनलाइन आवेदन और भुगतान करने पर 50 रुपये प्रति ग्राम तक की अतिरिक्त छूट मिलेगी।
नई दिल्ली: आप आज से सरकारी गोल्ड बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं. इस वित्त में यह सरकारी गोल्ड बॉन्ड में निवेश का आखिरी मौका है. आरबीआई के मुताबिक, इसमें 6 मार्च तक निवेश किया जा सकता है।
कितना है इश्यू प्राइस?
इस बार गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 4260 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है. निवेशकों को 11 मार्च 2020 को बॉन्ड जारी किया जाएगा. इसका मतलब यह है आपको करीब 10 दिन में बॉन्ड जारी कर दिया जाएगा।
प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट
गोल्ड बॉन्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन और पेमेंट करने वालों को प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट मिलेगी. अगर आप डिजिटल मोड में पेमेंट करते हैं तो 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट मिलेगी. छूट के साथ बॉन्ड का इश्यू प्राइस 4,210 रुपये प्रति ग्राम होगा।
यहां से खरीद सकते हैं
बॉन्ड की बिक्री कॉमर्शियल बैंक, भारतीय स्टॉक होल्डिंग निगम लिमिटेड (एसएचसीआईएल) और कुछ चुनिंदा डाकघरों तथा मान्यताप्राप्त शेयर बाजारों जैसे भारतीय राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से की जा रही है।
पिछली सीरीज से महंगा, लेकिन बाजार भाव से सस्ता सोना
गोल्ड बॉन्ड में निवेश की यह 10वीं सीरीज है. इससे पहले 3 फरवरी को खुले बॉन्ड की 9वीं सीरीज में इश्यू प्राइस 4020 रुपये प्रति ग्राम था. कोरोना वायरस और दूसरी वजहों से सोने के दाम काफी चढ़े हैं. इस वजह से 10वीं सीरीज में भाव ज्यादा ( 4260 रुपये प्रति ग्राम) हैं. इस तरह से पिछली सीरीज से आपको प्रति ग्राम 240 रुपये प्रति ग्राम ज्यादा चुकानी होगी.
गोल्ड बॉन्ड में निवेश की यह 10वीं सीरीज है. इससे पहले 3 फरवरी को खुले बॉन्ड की 9वीं सीरीज में इश्यू प्राइस 4020 रुपये प्रति ग्राम था. कोरोना वायरस और दूसरी वजहों से सोने के दाम काफी चढ़े हैं. इस वजह से 10वीं सीरीज में भाव ज्यादा ( 4260 रुपये प्रति ग्राम) हैं. इस तरह से पिछली सीरीज से आपको प्रति ग्राम 240 रुपये प्रति ग्राम ज्यादा चुकानी होगी.
वहीं, अगर करीब 5 महीने पुराने सरकारी गोल्ड बॉन्ड से तुलना करे तो मौजूदा बॉन्ड काफी महंगा है. धनतेरस और दिवाली के मौके पर जारी गोल्ड बॉन्ड 6वीं सीरीज के मुकाबले मौजूदा गोल्ड बॉन्ड प्रति ग्राम करीब 425 रुपये महंगा हो चुका है. इस तरह से अगर आपने 10 ग्राम के लिए निवेश किया तो आपको धनतेरस और दिवाली के मुकाबले 4200 से ज्यादा चुकाने होंगे. 6वीं सीरीज में गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 3835 रुपये था.
बीते शुक्रवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में हाजिर सोना 43358 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ था. यानी एक ग्राम सोने की कीमत 28 फरवरी को 4335 रुपये प्रति ग्राम थी, जबकि 10वीं सीरीज वाले गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस महज 4260 रुपये प्रति ग्राम है.
सरकारी गोल्ड बॉन्ड की खास बातें
कितना मिलेगा ब्याज
जब आप इन बॉन्डों में निवेश करते हैं तो सोने की कीमतों के बढ़ने से मिलने वाले फायदे के अलावा ये बॉन्ड सालाना 2.50 फीसदी ब्याज भी देते हैं. इस ब्याज का भुगतान छह महीने में होता है. इन बॉन्ड में निवेश की न्यूनतम सीमा एक ग्राम है।
कितना सोना खरीद सकते हैं?
इस स्कीम के तहत सबसे छोटा बॉन्ड 1 ग्राम के सोने के बराबर होगा. कोई भी व्यक्ति एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 500 ग्राम सोने का बाॉन्ड खरीद सकता है. कुल मिलाकर व्यक्तिगत तौर पर बॉन्ड खरीदने की सीमा 4 किलो है वहीं ट्रस्ट या संगठन के लिए 20 किलोग्राम रखी गई है।
निकलने का विकल्प
इस योजना की परिपक्वता अवधि 8 वर्ष है. लेकिन अगर फिर भी बॉन्ड बेचना चाहते हैं तो कम से कम 5 साल का इंतजार करना होगा. इसी अवधि के बाद सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) को बाजार कीमतों पर भुनाया जा सकता है।
क्या चुकाना पड़ेगा टैक्स?
क्या आपको खरीदना चाहिए ?
जानकारों का कहना है कि मौजूदा इश्यू का प्राइस भले ही पिछली कई सीरीज से ज्यादा है, लेकिन आगे सोने के दाम और चढ़ेंगे. ऐसे में निवेशकों को मोटा फायदा होगा. ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल के रिसर्च विभाग में एवीपी (कमोडिटी एवं करेंसी) अमित सजेजा का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते जिस तरह वैश्विक आर्थिक सुस्ती बढ़ रही है और लोग सुरक्षित निवेश के लिए सोने में पैसा लगा रहे हैं। उससे लगता है कि आने वाले दिनों में सोने के भाव 45000 रुपये प्रति दस ग्राम का आंकड़ा पार कर सकता है. जाहिर है इससे गोल्ड बॉन्ड के दाम भी चढ़ेंगे।