दुर्ग. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की पुलिस ने लोगों के खातों से मोटी रमक निकालने वालों को पकड़ा है। हैकिंग के जरिए कुछ युवकों का गिरोह पिछले कई दिनों से देश के कई राज्यों के लोगों को ठग चुका है। बीते मई महीने में भिलाई के युवक से इसी तरह 5 लाख की ठगी की गई थी। इस मामले की जांच करते हुए पुलिस ने उत्तरप्रदेश के कुछ शहरों से 4 युवकों को गिरफ्तार किया। इनका एक सरगाना देवी अब भी फरार है। देवी पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। गिरफ्तार किए गए सभी युवक पढ़े-लिखे अपराधी हैं। जो अपनी योग्यता का इस्तेमाल जरुरतमंद लोगों को ठगने में कर रहे थे। पुलिस ने इस मामले में विजेंद्र शर्मा, पवन श्रीवास्तव, संदीप राय और नवीन शर्मा को पकड़ा है।
पॉश कॉलोनी में रहता था बदमाश, पुलिस को बनना पड़ा कुरियर ब्वॉय
गिरफ्तार आरोपियों में से एक पवन श्रीवास्तव बेहद नोएडा की एक पॉश कॉलोनी में रहता था। यहां जाने वाले लोगों को अपने बारे में हर जानकारी देनी होती थी। पुलिस को अंदेशा था कि ऐसे में पवन को यह पता चल सकता है कि टीम उसे पकड़ने आई है। पुलिस ने कुरियर ब्वॉय का रूप धरा और कॉलोनी में दाखिल हुई। कई फ्लैट्स में आरोपी की तलाश की गई और आखिरकार वह पकड़ में आया। इस तरह मथुरा से विजेंद्र को एक शादी समारोह में बैंड वाले बनकर गिरफ्तार किया गया।
नौकरी दिलवाने का झांसा देकर लिया करते थे खाते की जानकारी
एसएसपी अजय यादव ने बताया कि मई महीने में भिलाई के युवक के साथ हुई ठगी की जांच की गई। यह पाया गया कि खाते से निकाली गई रकम अलग-अलग पेटीएम खातों में ट्रांसफर किया गया है। इनकी मदद से हम आरोपियों तक पहुंचे। गिरोह का सरगना देवी और अन्य युवक कॉल सेंटर में काम कर चुके थे। यह बेरोजगार युवकों को मल्टीनेशनल कंपनी में मोटी रकम की सैलरी वाली नौकरी का झांसा देते थे। इस गिरोह ने खुद का एक वेबपेज बनाया था, इसपर वह युवकों से फॉर्म भरवाते थे और फीस के तौर पर 50 रुपए ऑनलाइन देने को कहते थे। चूंकि पेमेंट के लिए लोग इन्हीं के पेज पर जानकारी भरते थे, यह गैंग यहां से लोगों का खाता हैक कर लेता था।