रायपुर. छत्तीसगढ़ सरकार ने अब कोरोना वायरस संदिग्धों के सैंपल कलेक्शन के लिए नया प्लान तैयार किया है. सैंपल इकट्ठा करने के लिए अब मोबाइल वैन संभावितों के घर जाएगा और सैंपल लेगी. सरकार का मानना है कि डोर टू डोर सैंपल कलेक्शन से कोरोना जांच में काफी तेजी आएगी. अब छत्तीसगढ़ में कोरोना (COVID-19)के सभी संभावित लोगों का तेजी से टेस्ट करने के लिए सरकार एक नई रणनीति पर अमल करने जा रही है. इसके तहत सभी संभावितों का सैंपल उनके घर पहुंचकर लिया जाएगा. सैंपल कलेक्शन के लिए मोबाइल एम्बुलेंस में सभी सुविधा और जरूरी मेडिकल इक्विपमेंट के साथ सैंपल कलेक्शन विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे. यह फैसला राज्य स्तरीय कमांड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की सचिव निहारिका बारिक सिंह की मौजूदगी में आयोजित बैठक में लिया गया.
मोबाइल एम्बुलेंस में होगी ऐसी व्यवस्था
बैठक में स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक सिंह ने सैंपल कलेक्शन की इस नई व्यवस्था के संबंध में सभी कलेक्टरों को पत्र लिख कर इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है. सरकार द्वारा जानकारी के मुताबिक मोबाइल एम्बुलेंस सैंपल लेने संभावित मरीजों के घर के सामने पहुंचेगी. एम्बुलेंस में मौजूद लैब टेक्नीशियन पीपीई किट, एन-95 मास्क और अन्य सुरक्षा उपकरण पहनकर एम्बुलेंस के पिछले हिस्से में एक-एक कर सभी कोरोना संभावितों का सैंपल कलेक्शन करेंगे. सचिव ने कहा कि हर संभावित व्यक्ति का सैंपल कलेक्शन करते समय लैब टेक्नीशियन सिर्फ अपने हैण्डग्लब्स चेंज करेगा. पूरा पीपीई किट बदलने की आवश्यकता नहीं होगी. मोबाइल एम्बुलेंस के जरिए से एक दिन में ही कई घरों में जाकर संभावितों का सैंपल कलेक्शन किया जा सकेगा.
बैठक में स्वास्थ्य सचिव ने विभागीय अधिकारियों को कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की अन्य सेवाओं का भी बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित के निर्देश दिए है. उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय सहित सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं, टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, गैरसंचारी एवं संचारी रोगों की रोकथाम तथा अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों का लाभ लोगों को समुचित रूप से मिलना चाहिए. बैठक में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए सभी जिला चिकित्सालयों में कोरोना आईसोलेशन वार्ड की स्थापना के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई.