रायपुर | बीते 25 मार्च को भिलाई से एक युवक के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी मीडिया के जरिए आम लोगों तक पहुंची। रात के तकरीबन दो बजे युवक को पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम अपने साथ एम्स रायपुर लेकर गई। यहां आते ही इस युवक को बताया गया कि आपके सैंपल में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है, आपको अब यहीं रहकर इलाज करवाना होगा। मंगरवार 31 मार्च को इस युवक को स्वस्थ बताकर एम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया, अब पढ़िए इस बीच उस युवक की आपबीती जस की तस उसी के शब्दों में।
मुझे एयरपोर्ट पर फिट बताया गया
मैं 11 मार्च को सऊदी अरब से लौटा..तक तक कोरोना के भारत में संक्रमण की चर्चा थी, एयरपोर्ट पर हर यात्री की जांच की जा रही थी। मैं जब मुंबई एयरपोर्ट पहुंचा तो वहां भी सभी की स्क्रीनिंग की जा रही थी। मेरी भी जांच की गई। वहां कई तरह की मशीने लगीं थी, जांच के बाद वहां के एयरपोर्ट पर कहा गया कि मैं फिट हूं जा सकता हूं। रायपुर के लिए एयरपोर्ट से भी मुझे जाने दिया गया, वहां से कैब लेकर मैं घर आ गया।
एम्स में जांच भी करवाई
इसके बाद राज्य में कोरोना को लेकर चर्चाएं बढ़ चुकी थीं। करीब 5 दिन बाद पुलिस वाले मेरे घर आए और चेकअप करवाने की बात कहने लगे, मैंने उन्हें भी जानकारी दी। फिर मेरे भी मन बात आई कि चलो जांच करवा लेते हैं, मैं बिल्कुल ठीक था, जैसे कोई सामान्य इंसान होता है। मैं एम्स गया वहां जांच करवाई। सारे चेकअप हुई, सब कुछ नॉर्मल था। मेरे गले और नाक का टेस्ट किया गया और मुझे कहा गया कि रिपोर्ट का इंतजार करो। मैंने दो दिनों तक संपर्क किया मगर रिपोर्ट के बारे में कुछ नहीं बताया गया, मैं और मेरा परिवार इंतजार करता रहा।
आधी रात आई पुलिस और…
फिर अचानक 25 की आधी रात पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम मेरे घर आई। मुझे अस्पताल जाने को कहा जाने लगा। मैं डरा नहीं, सवाल पूछे कि मेरी रिपोर्ट का क्या हुआ। मगर तब मुझे कुछ नहीं बताया गया। मुझ से कहा गया कि फिर से टेस्ट करना है। इसके बाद मैं गया। एम्स पहुंचने पर पता चला कि मुझमें कोरोना वायरस पाया गया है। मेरी समझ नहीं आया कि मैं तो बिल्कुल ठीक था…बुखार तक मुझे नहीं था। मगर सोचा अब रिपोर्ट मैं तो हुआ ही होगा..मन में ये बात आती रही कि आखिर कहां से यह बीमारी मुझे लगी, सब कुछ तो ठीक था। मेरे परिवार वालों को भी अस्पताल में निगरानी में रखा गया है।
इतना खतरनाक वायरस लेकिन शरीर पर कोई असर नहीं
लोगों के मन में इसे लेकर कई तरह की बातें हैं कि जिसके शरीर में कोरोना का वायरस मिले तो, संक्रमित व्यक्ति के शरीर पर क्या असर होता होगा। इसे लेकर युवक ने बताया कि जिस दिन मुझे यह बताया गया कि मैं कोरोना पॉजिटिव हो उस दिन से लेकर आज जब डिसचार्ज हुआ हूं, मुझ में कोई बाहरी तौर पर कुछ महसूस नहीं हुआ। मुझे बुखार, खांसी या जुकाम नहीं है। मैं भी यह सोच रहा था कि इतना खतरनाक वायरस है तो कुछ असर होता, मगर ऐसा नहीं हुआ।
अस्तपाल में सब कुछ ठीक मगर बाहर जो बातें हुई वो अच्छी नहीं
युवक ने बताया कि 26 से 31 तक अस्पताल में रहने के दौरान किसी तरह की असुविधा नहीं हुई। समय-समय पर मेरी जांच होती थी। डॉक्टर और पूरा स्टाफ अच्छी तरह से देखभाल कर रहा था। मगर बाहर लोग मुझे लेकर कई तरह की बातें बना रहे थे। उनके बारे में सोचकर अच्छा नहीं। इन पूरे हालातों में मैं डरा या घबराया नहीं, किसी और को भी इससे डरने या घबराने की जरुरत नही है। हमारे लिए काफी अच्छा काम हो रहा है, अच्छे इंतेजाम किए जा रहे हैं।
अब खुद के लिए खाना पकाउंगा
जब युवक से पूछा गया कि हॉस्पीटल से बाहर आने पर पहला काम क्या करेंगे। तो इसका उसने बड़ा ही दिलचस्प जवाब दिया। युवक ने बताया कि पहले तो मैं थाने गया, वहां रिपोर्ट की अपनी जानकारी दी। अब कैब से घर जा रहा हूं। घरवालों को भी क्वारैंटाइन करके रखा गया है। घर मैं अकेला ही हूं, तो घर जाकर सबसे पहले खुद के लिए खाना पकाउंगा, हेल्दी लाइफ स्टाइल को फॉलो करूंगा।