पुलिस ने 14 दिनो की कड़ी मशक्कत के बाद कारोबारी प्रवीण सोमानी को यूपी के अम्बेडकर नगर में 22 जनवरी सुबह 4 बजे एक झोपड़ी की तलाशी की फिर उन्हें रिहा किया ।
कारोबारी प्रवीण सोमानी 8 जनवरी को धरसींवा क्षेत्र के सिलतरा स्थित अपनी सोमानी प्रोसेसर इस्पात फैक्ट्री से पंडरी स्थित घर लौट रहे थे, लेकिन घर नहीं पहुंचे। इसके बाद अगले दिन परिवार वालों ने अपहरण का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने तलाश शुरू की तो व्यवसायी की रेंज रोवर कार उनके ऑफिस के पास लावारिस हालत में मिली थी।
उद्योगपति के अपहरण की साजिश गुजरात सूरत की जेल में रची गई। पप्पू और मुन्ना के अलावा दो और गिरोहबाज अलग-अलग हत्या के केस में वहां चार-पांच साल बंद रहे। उसी दौरान उन्होंने कोई बड़ा हाथ मारने की प्लानिंग की। पप्पू पहले चंदन सोनार गैंग का सदस्य रह चुका था। इसलिए उसने अपहरण का प्लान बनाया। करीब छह महीने पहले पप्पू, मुन्ना और दो अन्य थोड़े थोड़ अंतराल में जमानत पर छूटे और बाहर आकर उन्होंने सोमानी के अपहरण का प्लान बनाया।
जेल से छूटने के बाद पप्पू रायपुर आया। यहां वह पहले भी आ चुका था। दौंदे में उसका रिश्तेदार अरुण में रहता है। अरुण के जरिये उसे पता चला कि सिलतरा में बड़े बड़े उद्योगपति रहते हैं। उनसे मोटी रकम वसूली जा सकती है। उसके बाद पप्पू ने अपने साथियों को पूरी जानकारी दी। फिर उन्होंने गूगल से सर्वे किया कि यहां कौन कौन बड़े उद्योगपति हैं जो मालदार हैं। उसके बाद ही उन्होंने प्रवीण का चयन किया। प्रवीण का अपहरण करना तय होने के बाद उन्होंने करीब तीन महीने तक उसकी रेकी की। फैक्ट्री और घर तक उसका पीछा किया। ये भी देखा कि वह कहां कहां आता जाता है। 8 जनवरी की शाम प्रवीण जब फैक्ट्री से निकले तब दो कारों में उन्होंने उसका पीछा किया और वहीं फैक्ट्री के पास शारडा एनर्जी के करीब उनकी कार रोकी और खुद को ईडी का स्टाफ बताकर उनकी गाड़ी में बैठ गए। कुछ दूर जाने के बाद उन्हें अपनी कार में बिठाकर ले गए।
अपहरणकर्ताओं ने वारदात के चौथे दिन से फिरौती के लिए कॉल करना शुरू कर दिया था।उन्होंने प्रवीण से पत्नी का नंबर लिया और सीधे उसी से बात की। हर बार फोन करने वाला अलग होता और नंबर भी नया रहता था।
अपहरण में शामिल गैंग – पप्पू चौधरी बिद्दीपुर वैशाली बिहार, शिशिर ओडिशा गुंजाम, तूफान कालिया गुंजाम ओडिशा, सुमन कुमार नालंदा, अनिल चौधरी, बाबू प्रदीप भुइंया, अजमल अंबेडकर नगर यूपी, आफताब नेता अंबेडकर नगर, अंकित बेंगलुरु, मुन्ना नायक ओडिशा अपहरणकांड में शामिल थे। इनमें से अनिल चौधरी और मुन्ना नायक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने यूपी और बिहार पुलिस के साथ मिलकर अपहरण के 14 दिनों के बाद कारोबारी को यूपी के अम्बेडकर नगर में 22 जनवरी सुबह 4 बजे एक झोपड़ी की तलाशी में बरामद किया । वह अकेले थे क्योंकि जांच और घेरेबंदी की भनक लगने से आरोपी भाग गए थे।