इराक़ की राजधानी बग़दाद के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अमरीकी हमले में ईरान के अत्यंत प्रशिक्षित टॉप कमांडर क़ासिम सुलेमानी मारे गए हैं.क़ासिम सुलेमानी ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स की बहुचर्चित शाखा ‘ कुद्स फ़ोर्स ‘ के प्रमुख थे.
अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘विदेश में अमेरिकी कर्मियों की सुरक्षा के लिए स्पष्ट रक्षात्मक कार्रवाई’ करते हुए ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड्स कमांडर कासिम सुलेमानी को मारने का आदेश दिया था.
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘जनरल सुलेमानी सक्रिय रूप से इराक में अमेरिकी राजनयिकों और सैन्य कर्मियों पर हमले की सक्रिय रूप से योजना बना रहा था. जनरल सुलेमानी और उसका कुद्स फोर्स सैकड़ों अमेरिकियों और अन्य गठबंधन सहयोगियों के सदस्यों की मौत और हजारों को जख्मी करने के लिए जिम्मेदार हैं.’ सुलेमानी की मौत के बाद ट्रंप ने बिना किसी विस्तृत जानकारी के अमेरिकी झंडा ट्वीट किया.
घटना के बाद अन्य देशो की प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र (United Nation) महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया एक और खाड़ी युद्ध (Gulf War) नहीं झेल सकती. संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान हक ने खाड़ी में तनाव बढ़ने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा, ‘महासचिव खाड़ी में तनाव कम करने की निरंतर वकालत करते रहे हैं. वह हालिया तनाव को लेकर बेहद चिंतित हैं.’ महासचिव ने कहा कि यह ऐसा समय है जिसमें नेताओं को अधिकतम संयम बरतना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘विश्व एक और खाड़ी युद्ध नहीं झेल सकता.
एयर स्ट्राइक पर रूस ने कहा कि अमेरिका के इस कदम से क्षेत्र में तनाव बढ़ेगा। रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि सुलेमानी की हत्या एक खतरनाक कदम है और यह क्षेत्र में तनाव बढ़ाएगा।
उधर, फ्रांस ने भी रूस के बयान को दोहराते हुए कहा है कि ईरानी जनरल की हत्या के बाद दुनिया अब और खतरनाक हो गई है।
वहीं, चीन ने अमेरिका और ईरान दोनों से ही संयम बरतने की अपील की है।
इस तनाव के बीच भारत ने भी दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।भारतीय विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा, ‘हमें यह जानकारी मिली है कि अमेरिका द्वारा ईरान के वरिष्ठ नेता मारे गए हैं। बढ़ता तनाव दुनिया के लिए चिंताजनक है। इस क्षेत्र में शांति व सुरक्षा भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।’ मंत्रालय ने आगे कहा, ‘यह जरूरी है कि स्थिति न बिगड़े। भारत लगातार संयम बरतने की वकालत करता है और आगे भी करेगा।’