कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने कहा कि सीताफल से आईसक्रीम, बेल व अमारी (अम्बाड़ी) से शरबत तैयार व विक्रय कर आर्थिक-सामाजिक स्थिति मजबूत किया जा सकता है। श्रीमती साहू विगत दिनों जनपद पंचायत बालोद के परिसर में सीताफल से आईसक्रीम, बेल व अमारी (अम्बाड़ी) से शरबत बनाने आयोजित प्रशिक्षण में जिले के कृषक अभिरूचि समूहों की सदस्यों को सम्बोधित कर रही थी। प्रशिक्षण में जिले के सीता मैय्या महिला कृषक अभिरूचि समूह कोटागॉव विकासखण्ड डौण्डी, सौभाग्य महिला कृषक अभिरूचि समूह पेटेचुवा विकासखण्ड डौण्डी और ज्योति महिला कृषक अभिरूचि समूह पेटेचुवा विकासखण्ड डौण्डी को प्रशिक्षण दिया गया।
कलेक्टर ने कहा कि कृषि विभाग के अंतर्गत अनेक योजनाए संचालित है, जिसका लाभ उठाकर अधिक आमदनी प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि स्थानीय रूप से उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों विशेषकर कृषि, वानिकी, जैविक उत्पादों के उपार्जन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन एवं विपणन की अपार संभावनाएॅ है। उप संचालक कृषि श्री नागेश्वर लाल पाण्डे ने प्रशिक्षण में बताया कि एक्सटेंशन रिफार्म्स(आत्मा) योजना में कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, कृषि वानिकी के उत्पादन का प्रसंस्करण, मूल्यप्रवर्धन, विपणन की श्रृंखला में बेल एवं अम्बाड़ी का शरबत, सीताफल से आईसक्रीम तैयार करने के प्रशिक्षण से क्षेत्र के कृषकों एवं उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। उन्होंने क्षेत्र में उपलब्ध अब तक जैव विविधता में जिन फसलों का कृषकों को लाभ नहीं मिल पाया है, उनके पोषक मूल्य, औषधीय उपयोग एवं प्रसंस्कृत उत्पादों की विपणन की संभावनाओं की जानकारी दी। प्रशिक्षकों द्वारा कृषक अभिरूचि समूहों को बेल एवं अम्बाड़ी का शरबत, सीताफल से आईसक्रीम बनाने की विधि की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।