रायपुर(एजेंसी) | छत्तीसगढ़ के इकलौते रायपुर स्थित एम्स अस्पताल में डॉक्टर मरीज या किसी भी व्यक्ति से हाथ नहीं मिलाते। इसके पीछे की वजह बेहद प्रेरक और सेहत के प्रति जागरुक करने वाली है। दरअसल हाथ मिलाने से होने वाले संक्रमण को रोकने यहां के डॉक्टर्स ऐसा कर रहे हैं। आम लोगों से भी अपील की जा रही है कि हाथ मिलाने की बजाए जय जोहार कहें। जय जोहार छत्तीसगढ़ में नमस्कार, सलाम की तरह अभिवादन करने के लिए कहा जाता है।
स्थानीय अंदाज में मरीजों का अभिवादन
एम्स रायपुर के निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम नागरकर ने डॉक्टरों की टीम की इस पहल को सराहा। एम्स के कायाकल्प एवं स्वच्छता एक्शन प्लान के नोडल अधिकारी डॉ. सबा सिद्दकी ने बताया कि हैंडशेक (हाथ मिलाने) परंपरा से एक-दूसरे के बीच कीटाणुओं के फैलने का खतरा बढ़ जाता है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. करन पिपरे ने बताया कि इस वजह से ही हमनें जय जोहार के इस कार्यक्रम को लागू किया है। इससे यहां आने वाले मरीजों को भी स्थानीय तरीके अभिवादन किए जाने से अच्छा अहसास होता है। न सिर्फ एम्स के डॉक्टर्स बल्कि स्टूडेंट्स और मरीजों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करेंगे।
हाथ मिलाने से ऐसे बढ़ता है बीमारी का खतरा
- फ्लू की चपेट में आए व्यक्ति के हाथ में ये खतरनाक वायरस अक्सर चिपके रहते हैं। यदि वह किसी से हाथ मिलाता है तो कीटाणुओं के ट्रांसफर होने से दूसरे इंसान में भी इंफेक्शन के जरीए बीमारी फैल जाती है।
- खांसने के दौरान ज्यादातर लोग हाथ मुंह पर रखते हैं, जिससे कफ वाले कीटाणु हाथ पर चिपक जाते हैं।
- किसी को चिकन पॉक्स है तो उससे भूलकर भी हाथ न मिलाएं। इस बीमारी के वायरस बहुत ताकतवर होते हैं और आसानी से स्वस्थ व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेते हैं।
- हाथों के कीटाणु पेट खराब होने की एक बड़ी वजह होते हैं, कई बार स्थिति डायरिया तक पहुंच जाती है।